Saturday, September 22, 2018
Wednesday, September 19, 2018
Monday, September 17, 2018
Wednesday, September 12, 2018
Saturday, September 8, 2018
Friday, September 7, 2018
Wednesday, September 5, 2018
वसुधा
मैं पृथ्वी हूँ
मैं ही आकाश
मैं ही धरती हूँ
आग लगा कर
जल से बुझाने वाली
मैं ही हूँ
मनुष्यों के नए नए
अविष्कारों से परेशान
अपने मतलब के लिए
इस्तेमाल करने वालों से
मैं दुखी यहां रो रही हूँ
ये मेरे ही आँसू
बाड़ का रूप ले रहे हैं
इन्हें ज़िन्दगी देने वाली
और लेने वाली भी मैं
पर फिर भी इनकी नज़रों में
बुरी हूँ मैं
है एक शर्त इस बार मेरी
गर ये लौटा दे मुझे मेरी पहचान
तो इनकी धड़कने बक्श दूँ मैं...
~Auldrin
आजकल का नया दौर
आज कल के ज़माने में
ये नया बदलाव कैसा
एक ओर हमारी माएं अपने
बहादुरी के किस्से सुनाती हैं
और दूसरी तरफ से वें हमें
घर बैठे बैठे खुद को बचाने
की तरकीबें समझाती हैं
खुद वें अपने जुड़ो-कराटे
सीखने की कहानियां बताती हैं
मगर हमें सिर्फ कपड़ो की
लंबाई का ज्ञान देती रहती हैं
क्या हाल किया था उन्होंने
उस लड़के का जिसने एक नज़र
बस उन्हें देख लिया था
पर हमें वैसे ही लड़कों से
छुपकर चलने को कहती हैं
आज कल के ज़माने में
ये नया बदलाव कैसा
जहां माएं हमें हिम्मत ना देकर
डर डरके जीना सिखा रहीं हैं...
~Auldrin
ये नया बदलाव कैसा
एक ओर हमारी माएं अपने
बहादुरी के किस्से सुनाती हैं
और दूसरी तरफ से वें हमें
घर बैठे बैठे खुद को बचाने
की तरकीबें समझाती हैं
खुद वें अपने जुड़ो-कराटे
सीखने की कहानियां बताती हैं
मगर हमें सिर्फ कपड़ो की
लंबाई का ज्ञान देती रहती हैं
क्या हाल किया था उन्होंने
उस लड़के का जिसने एक नज़र
बस उन्हें देख लिया था
पर हमें वैसे ही लड़कों से
छुपकर चलने को कहती हैं
आज कल के ज़माने में
ये नया बदलाव कैसा
जहां माएं हमें हिम्मत ना देकर
डर डरके जीना सिखा रहीं हैं...
~Auldrin
Tuesday, September 4, 2018
HibernationLetters 30
Dated-28/01/2018
For past couple of weeks every Sunday morning I have been going for walks on the empty streets of the Kolkata station. Perfect winter mornings with a cool breeze apt enough just to make your nose tip cold. There is a place where one can stand and see a long road, wide open, nothing filling that void. You stand there and just breathe. Breathe till every single cell in your brain wakes up to think. Then think about life and how amazing it is to be alive. To live another day inhaling the fresh air. You realise there is a destination. It might be a peregrination but in the end you will be relaxed.
Good morning fellas!
Till here all this was almost half a year ago...
Now
Today...
When I found this piece again I was overwhelmed by the thoughts of what I'd planned then and how much things have changed since then.
I am a little scared to tread forward but excited as well for the new journey of my life. Though everything is still uncertain yet I'm hopeful to find what I've always been searching for.
We all dream till life takes its turns but I would say nomatter how our lives turn out to be, we should never stop dreaming high.
Dreams make us an optimist!
They fill us with such positive energy that we are always ready to fight.
Like I am here fighting for myself and I know soon I will win for sure!
P.S. Always remember, time and patience does wonders!
Smiling beautifully
Auldrin
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Running busy work wise doesn't allow much time for the handling of the blog. Hope to see you guys soon but till then you can always re...